
कोष्ठियों का आधुनिक स्वरूप, यन्त्रों का विकास क्रम, और बालुकापुट (Bāluka-puṭa)। ये विषय आयुर्वेद, रसायन शास्त्र और भारतीय चिकित्सा शास्त्र में महत्त्वपूर्ण हैं। आइए इन्हें क्रमवार सरल और शैक्षिक ढंग से समझते हैं—
१. कोष्ठियों का आधुनिक स्वरूप (Modern form of Koshti / Furnace systems)
परिभाषा:
आयुर्वेदिक रसायन शास्त्र में कोष्ठी (Koshti) अग्निकर्म के लिए बनाई जाने वाली भट्टी/भस्मकुण्ड है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की पुटन प्रक्रिया (Puta-pāka), धातु शोधन, मर्दन एवं औषधि निर्माण में किया जाता था।
आधुनिक स्वरूप:
आज के समय में पारंपरिक कोष्ठियों का स्थान आधुनिक यन्त्रों ने ले लिया है—
- इलेक्ट्रिक मफल फर्नेस (Electric Muffle Furnace):
तापमान नियंत्रण और सटीकता के कारण सबसे अधिक उपयोग। - गैस फर्नेस (Gas Furnace):
नियंत्रित एवं समान रूप से ऊष्मा प्रदान करता है। - हॉट एयर ओवन / इंडक्शन फर्नेस:
नमी रहित व समान ताप वितरण हेतु। - क्रूसिबल फर्नेस:
धातु और रसायन को गलाने के लिए।
➡ पारंपरिक गोमय, लकड़ी, कोयला से उत्पन्न ऊष्मा को अब आधुनिक Electric / LPG / Induction heating ने प्रतिस्थापित किया है।
२. यन्त्रों का विकास क्रम (Evolution of Yantras / Instruments in Ayurveda & Rasashastra)
प्राचीन काल:
- आयुर्वेदाचार्यों ने लगभग २८ प्रकार के यन्त्रों का उल्लेख किया है (सुश्रुत संहिता, रसायन ग्रंथों में)।
- ये यन्त्र मुख्यतः धातु शोधन, भस्मकरण, मर्दन, द्रवण आदि हेतु प्रयुक्त होते थे।
- उदाहरण: Dolayantra, Pātanayantra, Svedanayantra, Tiryakpātana yantra, Valuka yantra इत्यादि।
मध्यकालीन काल:
- धातु और रसायन शास्त्र के विकास के साथ यन्त्रों की तकनीक उन्नत हुई।
- मिट्टी और धातु से बने स्थायी यन्त्र बने।
आधुनिक काल:
- पारंपरिक यन्त्रों का रूपांतरण आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों में हुआ, जैसे—
- Distillation apparatus (Pātanayantra का आधुनिक रूप)
- Soxhlet extractor (Sneha paka के लिए)
- Autoclave (Swedana yantra का आधुनिक रूप)
- Hot plate, magnetic stirrer, centrifuge इत्यादि।
➡ निष्कर्ष: पारंपरिक यन्त्रों के सिद्धांत आज भी वही हैं, केवल स्वरूप धातु, शीशा और इलेक्ट्रिक तकनीक से परिवर्तित हो गए हैं।
३. बालुकापुट (Bāluka-puṭa)
परिभाषा:
- बालुका (बालू, रेत) + पुट (आवरण, ढकना) → रेत से ढककर दी जाने वाली पुट।
- यह रसशास्त्र में प्रयुक्त एक महत्त्वपूर्ण ऊष्मा-प्रदान पद्धति है।
प्रक्रिया:
- धातु/औषधि को किसी पात्र (सामान्यतः शराव संपूट या लौह-पात्र) में भरते हैं।
- पात्र को चारों ओर से सूखी बालू (रेत) से ढक देते हैं।
- इस संपूर्ण संयोजन को अग्नि में रखते हैं।
- रेत ऊष्मा को समान रूप से वितरित करती है और धातु/औषधि को निरंतर एवं नियंत्रित ताप प्रदान करती है।
लाभ:
- तापमान धीरे-धीरे और समान रूप से मिलता है।
- औषधि या धातु जलने या विकृत होने से बचती है।
- विशेष रूप से पारा, धातु भस्म, और खनिज द्रवण में उपयोगी।
आधुनिक रूप:
- बालुकापुट का स्थान अब सैंड बाथ (Sand Bath apparatus) ने ले लिया है, जो प्रयोगशालाओं में रसायन विज्ञान और आयुर्वेद दोनों में प्रयोग किया जाता है।
✅ इस प्रकार, कोष्ठी, यन्त्र और बालुकापुट आयुर्वेदिक रसायन शास्त्र की नींव हैं, जिनका आधुनिक विज्ञान ने अधिक सुरक्षित और सटीक उपकरणों के रूप में विकास किया है।
जी हाँ ✅ बिल्कुल।
चित्र/डायग्राम + तुलना तालिका से छात्रों को यह विषय और भी स्पष्ट रूप से समझ आएगा।
आपके तीनों टॉपिक (कोष्ठी, यन्त्र, बालुकापुट) को मैं इस तरह प्रस्तुत कर सकता हूँ—
📊 तुलना तालिका (Traditional vs Modern)
विषय | पारंपरिक स्वरूप (Traditional) | आधुनिक स्वरूप (Modern) |
---|---|---|
कोष्ठी (Koshti – Furnace) | गोमय, लकड़ी, कोयला से जलने वाली भट्ठी; मिट्टी/ईंट से बनी | Electric Muffle Furnace, Gas Furnace, Hot Air Oven, Induction Furnace |
यन्त्र (Yantras – Instruments) | 28 प्रकार – डोलायन्त्र, पाटनयन्त्र, स्वेदनयन्त्र, बालुकायन्त्र आदि | Distillation Unit, Autoclave, Soxhlet extractor, Hot plate, Magnetic stirrer |
बालुकापुट (Bāluka-puṭa – Sand heating system) | औषधि/धातु को पात्र में रखकर चारों ओर सूखी बालू से ढककर अग्नि से ऊष्मा देना | Laboratory Sand Bath (electric/gas), Controlled heating device |
🖼️ डायग्राम/चित्र का विचार
- कोष्ठी:
- Traditional: मिट्टी/ईंट की बनी चौकोर/गोल भट्ठी जिसमें लकड़ी या गोमय की अग्नि।
- Modern: Electric Muffle Furnace का चित्र (डिजिटल तापमान मीटर वाला)।
- यन्त्र:
- Traditional: डोलायन्त्र (दो डंडों से लटकता पात्र गर्म जल में)।
- Modern: Autoclave या Distillation apparatus।
- बालुकापुट:
- Traditional: मिट्टी का पात्र, चारों ओर रेत भरकर नीचे अग्नि।
- Modern: Lab Sand Bath (electric heating plate के ऊपर स्टील कंटेनर, उसमें रेत भरी)।